इस देश में कुछ भी हो सकता है। देखिए प्रेमी जोड़े अपनी मर्जी से शादी भी नहीं कर सकते हैँ। कहीं जात, कहीं गोत्र तो कहीं धर्म। प्रेमी जोडों को लोग अपने हिसाब से सबक सिखा रहे हैं। जिसका जैसे मन हो रहा है अपने हिसाब से इंसाफ कर रहा है। हम आपको एक बदहाल प्रेमी जोड़े की कुछ तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं।
उत्तराखंड के काशीपुर जिले में प्रेमी जोड़े की न्यायालय परिसर में पिटाई की गई। हैरान हो गए न पढ़कर आप। पिटाई न सिर्फ कोर्ट परिसर में हुई बल्कि पिटाई के वक्त पुलिस भी मौजूद थी। लेकिन पुलिस चुपचाप देखती रही।
जानते हैं पीटने वाले कौन लोग हैं। चश्मदीदों के मुताबिक ये लोग एबीवीपी यानी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हैं। यानि बीजेपी की छात्र इकाई के कार्यकर्ता। जाहिर है मोहब्बत के लिए इनकी जुबान भी भगवा ही होगी। सुनिए आप भी।
आरिफ और मीना नाम का ये प्रेमी जोड़ा कोर्ट में शादी करने आया था। लेकिन शादी से पहले ही वहां पुलिस और एबीवीपी के लोग पहुंच गए। चश्मदीदों और स्थानीय लोगों की माने तो पुलिस ने लड़की को उसके घरवालों को सौंपने की पूरी कोशिश की। लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हुई। वो बार बार आरिफ से शादी की जिद कर रही थी। बस यही बात वहां मौजूद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को नागवार गुजरी। एबीवीपी शुरु से ही मोहब्बत के इस किस्से को मजहबी रंग देने की कोशिश कर रही थी। इसिलिए ठीक शादी के दिन उसने कोर्ट में अपनी खूब मनमानी की। लोग तमाशबीन बने रहे।
कैसे अपनी राजनीति चमकाने के लिए एबीवीपी के कार्यकर्ता समाज के ठेकेदार बन गए पुलिस के सामने ही मीना और आरिफ को प्यार की सजा देते रहे। पुलिस देखती रही और दोनों पिटते रहे। आरिफ की तो कार्यकर्ताओं ने काफी पिटाई कर दी। इसके बाद आरिफ पर पुलिस का कहर भी टूटा। फिलहाल वो पुलिस लॉकअप में बंद है। पुलिस ने आरिफ पर ही धारा 151 यानि शांति भंग करने का मामला दर्ज कर उसे जेल में डाल दिया है। जबकि इसे पीटने वाले अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं।
ये है इस देश का सच। न्यायालय अंदर और पुलिस की मौजूदगी में भी कोई सुरक्षित नहीं है। जो कैमरे पर नजर आ रहा है पुलिस उसे भी झूठ मान रही है। जो दबंग है उनके खिलाफ कार्रवाई से बच रही है। जबकि एक प्रेमी को सलाखों के पीछे धकेल दिया गया। यहां मोहब्बत गुनाह है। कानून की शरण में जाना और भी बड़ा जुर्म और वहां जाकर भी बच गए तो बाहर ऐसे न जाने कितने तालिबानी हाथ इंतजार कर रहे होंगे।
July 24, 2009
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