महिलाओं के लिए बेहद सुरक्षित कहे जाने वाले शहर मुंबई में ही महिलाएं सुरक्षित नहीं है। घाटकोपर स्टेशन पर रात के अंधेरे में एक 25 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार किया गया। हैरानी की बात ये है कि पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई। लेकिन वारदात के दौरान पुलिस सोती रही। अब अपनी नाकामी को छुपाने के लिए पुलिस सौ बहाने बना रही है।
मुंबई के स्टेशन महफूज नहीं, यहां कुछ भी हो सकता है, आतंकी हमला भी, और न तो यहां लगे सीसीटीवी कैमरे काम आ पाएंगे, और न ही मुंबई पुलिस का कंट्रोल रूम, सीसीटीवी की एक धुंधली सी तस्वीर मुंबई पुलिस की पोल खोलने के लिए काफी है। ये तस्वीर है घाटकोपर स्टेशन की। तारीख 19 जुलाई और समय रात के 3.30 बजे। घाटकोपर स्टेशन के भीतर ही एक लड़की की इज्जत तार तार कर दी गई और पुलिस कुछ नहीं कर पाई। ये हाल तब का है जब इस अज्ञात शख्स की एक एक नापाक हरकत सीसीटीवी में कैद हो रही थी। बलात्कार की शिकार लड़की मदद की गुहार लगाती रही। लेकिन कोई भी पुलिसवाला इसकी मदद के लिए नहीं आया। जबकि घाटकोपर स्टेशन पर नजर रखने के लिए कई सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। और सीसीटीवी पर कैद हो रही तस्वीर को देखने के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम में एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों को रखा गया है।
रेलवे पुलिस के एसीपी का बयान आया कि ये घटना 19 तारिक की है स्टेशन के हद्द में ही एक लड़की के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है। लड़की फिलहाल कुछ बोलने की हालत में नहीं है। दरसल उस रात एक अनजान शख्स ने उसके साथ न सिर्फ बलात्कार किया है बल्कि उसने खुद ही उसे अस्पताल तक पहुंचाया है।
बलात्कार की पीड़ित ये लड़की औरंगाबाद से यहां नौकरी की तलाश में आई थी। लेकिन कोई ठिकाना न मिलने पर वो स्टेशन में ही रूक गई। उसके बाद इस गुमनाम शख्स ने इसके साथ पहले तो ज्यातकी की। और बाद में स्टेशन के ही ब्रिज पर जाकर बलात्कार किया। हालांकि अब पुलिस दावा कर रही है कि उसके पास कई सबूत हैं और वो जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लेगी। लेकिन कई दिन गुजरने के बाद भी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
अब सवाल है की रात के अँधेरे में एक शख्स किसी लड़की की इज्ज़त तकलूट लेता है। और इसकी भनक तक पुलिस को नहीं लगती है। ज़रा सोंचिये जो पुलिस अपने आस पास एक लड़की को लूटिती इज्ज़त नहीं बचा सकी वो आतंकियों और दुसरे खतरों से कैसे निपटेगी।
July 24, 2009
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