October 06, 2009
तीन अमेरिकियों को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार
डिजीटल फोटोग्राफी में इस्तेमाल की जाने वाली प्रौद्योगिकी के निर्माण और दुनिया को फाइबर-आप्टिक नेटवर्क से जोड़ने में कामयाबी के लिए तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को 2009 का भौतिकी नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। भौतिकी का नोबेल पुरस्कार पाने वालों में अमेरिका के चार्ल्स के काव, विलियर्ड एस. बॉयल और जॉर्ज. ई स्मिथ शामिल हैं। नोबेल पुरस्कार प्रदान करने वाली संस्था 'द रॉयल स्वीडिश अकादमी' के मुताबिक काव को जहां ब्रिटेन की भी नागरिकता प्राप्त है वहीं बॉयल को कनाडा की भी नागरिकता प्राप्त है। पुरस्कार के तौर पर दिए जाने वाले एक करोड़ क्रोनर यानी 14 लाख अमेरिकी डॉलर को तीनों वैज्ञानिकों के बीच बांट दिया जाएगा। पुरस्कार राशि का 50 फीसदी हिस्सा जहां काव को मिलेगा वहीं बॉयल और स्मिथ को 25-25 फीसदी राशि दी जाएगी। शंघाई में पैदा हुए काव ब्रिटेन में रहते हैं। काव को 1966 में की गई अपनी खोज के लिए पुरस्कार से नवाजे जाने की घोषणा की गई है। काव ने यह खोज की थी कि फाइबर-ऑप्टिक केबल्स के माध्यम से किस तरह लंबी दूरियों में प्रकाश को संचरित कराया जा सकता है। काव की यह खोज आधुनिक संचार नेटवर्क की रीढ़ साबित हुई और इसी की बदौलत दूरभाष और उच्च-गति वाले इंटरनेट काम करते हैं। बॉयल और स्मिथ ने साथ मिलकर चार्ज्ड-कपल्ड डिवाइस का आविष्कार किया था। सीसीडी को डिजीटल कैमरे का आंख भी माना जाता है। इसका इस्तेमाल सर्जिकल उपकरणों में भी किया जाता है।
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